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लेखनी कहानी -05-Feb-2023 एक अनोखी प्रेम कहानी

भाग 14 

शिव सोच में पड़ा हुआ था कि रात को उसके कमरे में आने वाली औरत कौन थी और वह वहां पर क्यों आई थी ? उसने बहुत सोचा मगर उसे कोई भी "क्लू" नहीं मिला । एक बात तो तय थी कि वह औरत उसे नुकसान पहुंचाने तो नहीं आई थी । अगर वह कोई दुश्मन थी तो उस पर हमला करती या उसे चोट पहुंचाती । मगर उसने ऐसा कुछ भी नहीं किया था । तो क्या वह कोई जादू टोना करने आई थी ? इस ओर तो उसका ध्यान गया ही नहीं था । आज के जमाने में जादू टोने की बात सोचना भी मूर्खता है , यह बात वह भली भांति जानता था मगर और कोई कारण भी नजर नहीं आ रहा था उसके रात में आने का । 

उसका दिमाग चलने लगा । उसने अपने कमरे में इधर उधर देखा मगर उसे जादू टोना के कोई चिन्ह नजर नहीं आये । तब उसने एक बार पूरे कमरे की छानबीन करने की सोची । क्या पता वह औरत इस कमरे में कुछ छिपाने आई हो ? किसी षड्यंत्र में उसे फंसाने आई हो ? यह संभव है और ऐसा हो सकता है क्योंकि आज के जमाने में किसी पर भी विश्वास नहीं किया जा सकता है । क्या पता किसी के मन में क्या है ? हो सकता है कि सपना के मन में गलतफहमी पैदा करने के लिए ही वह यहां आई हो ? 

इस विचार से शिव एक बार तो कांप गया । ऐसा क्यों करेगी वह ? पर किसी के मन में क्या है , ये कैसे जान सकता है कोई ? एक बार घर की तलाशी लेने में क्या जाता है ? मन का संशय तो दूर हो जायेगा कम से कम । यह सोचकर वह उठा और अपने कमरे की तलाशी लेने लगा । बहुत तलाश करने पर उसे एक जगह कांच की टूटी हुई चूड़ियां नजर आईं । इसका मतलब है कि वह औरत ये चूड़ियां रखने आई थी वहां पर । ये टूटी हुई चूड़ियां रखी भी ऐसे स्थान पर थीं कि दरवाजे पर खड़े व्यक्ति को सामने से दिख जाए । अब शिव को उसका षड्यंत्र समझ में आ गया । ये चूड़ियां इसलिए रखी गई थीं कि सपना इन्हें देखे और यह समझे कि शिव के कमरे में कोई लड़की आई थी जिसकी चूड़ियां छीना झपटी में टूट गईं थी । 
"ओ माई गॉड" कितना बड़ा षड्यंत्र रच रही है वह औरत । सपना की निगाहों में उसे बदचलन, आवारा सिद्ध करना उद्देश्य रहा होगा उस औरत का । पर इससे उसे क्या मिलेगा ? हो सकता है कि वह औरत उसे चाहने लगी हो और वह सपना को अपने रास्ते से हटाने का षडयंत्र रच रही हो ? इस बात में दम लगा शिव को । एक तो सपना वैसे ही उसकी मजाक से नाराज है । अगर उसने इन टूटी चूड़ियों को देख लिया तो पता नहीं वह क्या समझ बैठे ? लड़कियों का दिमाग एक ही दिशा में चलता है और वह है नकारात्मक दिशा । सपना को पक्का यकीन हो जाएगा कि मैं किसी और लड़की से भी मिलता हूं । यह बात कोई भी लड़की और वह भी सपना जैसी उच्च चरित्र की लड़की कैसे बर्दाश्त कर सकती है ? बड़ा भयंकर षड्यंत्र रच रही है वह औरत । उसका तो पता करना ही होगा । 

शिव ने वे चूड़ियां उठाईं और उन्हें पीछे की गली में फेंक दिया । अब यह पता लगाना था कि वह औरत कौन थी जो रात को उसके कमरे में आई थी । इसके लिये शिव का पहला शक अपने बगल वाले मकान की उस औरत की ओर गया जो उसे एक दिन  छुप छुपकर देख रही थी । "हो न हो ये औरत वही हो" शिव सोचने लगा । इस चक्कर में वह सपना को लगभग भूल ही गया था । 

उसने अपने पड़ौस वाली औरत पर ध्यान रखना शुरू कर दिया । शिव ने उसका चेहरा अभी तक देखा नहीं था इसलिए पक्के तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता था । उसके कमरे की खिड़की से पड़ौस के मकान की पूरी छत और छत पर बना कमरा साफ साफ दिखाई देता था । उसने अपने बैठने की जगह इस तरह बनाई कि उसे पड़ौस की छत और कमरा सदैव अपनी खिड़की से दिखाई दे सके । उसने खिड़की के सामने बैठकर निगरानी अभियान चालू कर दिया । 

दोपहर के लगभग बारह बजे पड़ौस की छत पर एक स्त्री नजर आई । वह अपने कपड़े सुखा रही थी । उसने प्लाजो और टॉप पहना था जिसमें उसका सौन्दर्य निखर कर और भी आकर्षक लग रहा था । वह कनखियों से बार बार शिव के कमरे की ओर देख रही थी । "क्या यही वह औरत है जो रात को उसके कमरे में आई थी" ? शिव के मस्तिष्क में प्रश्न कौंधने लगा । शिव ने उसकी कलाइयों को गौर से देखा । उसने लाल रंग की चूड़ियां पहन रखीं थीं । शिव को ध्यान आया कि उसके कमरे में जो टूटी हुई चूड़ियां मिली थीं , वे भी लाल रंग की ही थी । तो क्या इसी ने ही वे चूड़ियां उसके कमरे में रखी थीं ? संभावना तो यही लग रही थी मगर ऐसा ही हो, इसकी कोई गारंटी नहीं थी । लाल रंग की चूड़ियां तो हर स्त्री पहनती हैं । यह तो कॉमन सी बात है । "निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले अभी और सबूत एकत्रित करने होंगे" शिव ने सोचा । 

क्रमश: 

श्री हरि 
5.3.23 

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4 Comments

Sushi saxena

14-Mar-2023 08:36 PM

शानदार

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अदिति झा

07-Mar-2023 08:38 AM

Nice

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Sant kumar sarthi

06-Mar-2023 12:28 PM

👏👍🏼

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